झूठी शिकायत और फर्जी हस्ताक्षर का खुलासा, ग्रामीणों ने की साजिशकर्ताओं पर कार्रवाई की मांग
गरियाबंद। त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में राजनीतिक कूटनीति का नया उदाहरण सामने आया है। गरियाबंद जनपद के ग्राम पंचायत भुंजीयामुड़ा/रामपुर में चुनावी माहौल को प्रभावित करने के लिए झूठी शिकायत और फर्जी हस्ताक्षर का मामला उजागर हुआ है।
पूर्व सरपंच के पति लोकसिंग कंवर के अनुसार, इस बार भी उनकी पत्नी सरपंच पद की प्रत्याशी थीं। चुनाव प्रचार के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी को उनके खिलाफ एक लिखित शिकायत दी गई, जिसमें आरोप लगाया गया कि वे गांव में लोगों को डराने-धमकाने और शराब बंटवाने का कार्य कर रहे हैं।
शिकायतकर्ताओं ने ही बताया फर्जी मामला

जब गांव में इस शिकायत को लेकर चर्चा हुई, तो शिकायत पत्र में दर्ज नामों— भंवरसिंह, रामरतन, मयाराम आदि ने स्पष्ट किया कि उन्होंने ऐसी कोई शिकायत ही नहीं की और उनके हस्ताक्षर फर्जी हैं। ग्रामीणों ने यह भी मांग की कि कलेक्टर कार्यालय की सीसीटीवी फुटेज की जांच कर ली जाये, जिससे साफ हो जायेगा कि वे वहां गये ही नहीं।
चुनावी साजिश का पर्दाफाश
शिकायतकर्ताओं ने जिला निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर इस झूठी शिकायत और फर्जी हस्ताक्षरों के बारे में अवगत कराया। जांच के बाद लोकसिंग कंवर के विरुद्ध की गई शिकायत को निराधार मानते हुये मामला निरस्त कर दिया गया।
अब गांव के लोग इस साजिश के पीछे शामिल लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसे षड्यंत्रकारियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिये, ताकि भविष्य में चुनावी माहौल को दूषित करने की कोई और कोशिश न की जा सके।







