दुर्ग का ह्यूमन ट्रैफिकिंग और धर्मांतरण का मामला उठेगा संसद में…

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एआईसीसी डेलिगेशन पहुंचा दुर्ग सेंट्रल जेल
साजु चाको, दुर्ग। धर्मांतरण एवं ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामले में सेंट्रल जेल दुर्ग में कैद दो नन से मिलने के लिये अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का एक आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल सेंट्रल जेल दुर्ग पहुंचा। मीडिया से चर्चा करते हुये प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि इस डेलिगेशन के द्वारा पूरी रिपोर्ट आज ही एआईसीसी को सौपी जायेगी। कल संसद में इस मामले को उठाया जायेगा।

इस प्रतिनिधिमंडल में लोक सभा सांसद एवं केरल विधानसभा के विधायक शामिल थे। प्रतिनिधि मंडल एवं फैक्ट फाइंडिंग कमिटी में फ्रांसिस जॉर्ज सांसद लेफ्ट, एन.के.प्रेमचंदन RSP सांसद व अन्य दो कांग्रेस सांसद सप्तगिरि शंकर उल्का और बेनी बेहानन के अलावा कांग्रेस की प्रभारी सचिव ज़रिता लैतफलांग भी शामिल थी।
जेल में मुलाकात के लिये करना पड़ा विरोध
कांग्रेस के ऑफिशियल डेलिगेशन के अनुसार, उन्हें जेल में बंद दोनो नन्स से मुलाकात का समय दोपहर 12:30 से 1:00 के बीच दिया गया था। डेलिगेशन के सदस्यों ने आरोप लगाया कि समय पर दुर्ग सेंट्रल जेल पहुंचे डेलिगेशन को दोनों ही सिस्टर से मिलने नहीं दिया गया।
इसकी जानकारी लगने पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी वहां पहुंचे, विरोध के बाद 2:00 बजे डेलिगेशन को दोनों सिस्टर से मिलने दिया गया।
कॉन्वेंट में जॉब के लिये इच्छुक थी तीनों युवती
दोनों नन से मुलाकात के बाद डेलिगेशन ने मीडिया को बताया कि पहले हमें दोनो नन्स से मिलने का समय दिया गया था, किन्तु, बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल के पहुंचने पर हमें रोका गया, विरोध के बाद दोपहर दोनों ही केरल की नन से प्रतिनिधि मंडल की मुलाकात हुई। दोनों केरल की सिस्टर जेल में ठीक है।
बताया जा रहा है कि दुर्ग रेल्वे स्टेशन पर केरल की नन्स के साथ तीन युवतियों को देखा गया, दोनों ही सिस्टर कॉन्वेंट में जॉब करने के लिये इच्छुक तीन युवतियों को लेने के लिये दुर्ग रेलवे स्टेशन पहुंची थी। इसी दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ता पहुंच गये, इन कार्यकर्ताओं के द्वारा पुलिस की उपस्थिति में दोनों सिस्टर के साथ मारपीट की गई और ह्यूमन ट्रैफिकिंग और धर्मांतरण का मामला दर्ज कराया गया। फिलहाल दोनों पर दो केस दर्ज है। जिसमें एक ह्यूमन ट्रैफिकिंग एवं दूसरा धर्मांतरण का मामला कायम किया गया है।
AICC को रिपोर्ट सौपेगा डेलिगेशन
इस पूरे मामले में प्रतिनिधिमंडल के द्वारा रिपोर्ट तैयार कर, ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी को सौपीं जायेगी, संसद में इस मुद्दे पर चर्चा की संभावना है, जहां राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, के.सी. वेणुगोपाल के साथ एआईसीसी की पूरी लीडरशिप इस मामले में अपना विरोध प्रगट करेगी।
गिरफ्तार नन्स की जमानत के सवाल पर डेलिगेशन ने कहा कि फिलहाल मामला कोर्ट में है जिस पर हम विस्तार से चर्चा नहीं कर सकेंगे अलबत्ता कानूनी तौर पर सभी संभावनाओं पर हम विचार करेंगे।
सांसद प्रतिनिधि मंडल को मिलने नहीं देना राज्य सरकार की ओछी राजनीति – बघेल
दुर्ग जेल पहुंचे छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि एआईसीसी डेलिगेशन को वकील के माध्यम से गिरफ्तार ननों से मिली का समय दिया गया था, विजिट के लिये कोई भी आ सकता है परंतु इस डेलिगेशन को रोका गया, टाइम देने के बावजूद झूठ बोला गया, कल पर बात टाली जा रही थी।
भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि आज केरल से बीजेपी का डेलिगेशन भी दोनो सिस्टर से मिलने आया हुआ था, इसलियर कांग्रेस के डेलिगेशन को मिलने से रोका गया।
जब मैंने डीजी जेल से बात की,कहीं जाकर 2:00 बजे के बाद समय दिया गया। लोकसभा छोड़कर आये हुये सांसदों को विचाराधीन कैदियों से मुलाकात नहीं करने देना, इस तरह की ओछी राजनीति राज्य सरकार की ओर से की गई, जिसके कारण मुझे आना पड़ा।