वन विभाग की छवि धूमिल करने की साजिश: टाइगर रिज़र्व के रिसगांव कोर एरिया में अवैध हॉस्टल निर्माण

गरियाबंद। उदंती सीतानदी टाइगर रिज़र्व प्रशासन ने हाल ही में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा विभाग की छवि धूमिल करने के प्रयासों पर कड़ा ऐतराज जताया है। विभाग द्वारा स्पष्ट किया जा रहा है कि रिज़र्व क्षेत्र में वैध निर्माण कार्यों को रोका नहीं गया है, बल्कि केवल उन्हीं निर्माण कार्यों पर रोक लगाई जा रही है, जो बिना आवश्यक वाइल्डलाइफ और फॉरेस्ट क्लीयरेंस के अवैध रूप से किये जा रहे थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम रिसगांव में बिना अनुमति के 100 से अधिक पेड़ काटकर हॉस्टल निर्माण कार्य किया जा रहा था। इस अवैध गतिविधि को रोकते हुये विभाग ने निर्माण कर्ताओं को नियमानुसार क्लीयरेंस प्राप्त करने का सुझाव दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए, पेड़ों के ठूंठों को JCB मशीन से हटाकर उनके अवशेष छिपाने की कोशिश की गई, जिस पर विभाग ने प्राथमिकी (POR) दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
विभाग ने यह भी आरोप लगाया है कि इस कार्रवाई के दौरान रिसगांव के सरपंच द्वारा विभागीय कर्मचारियों से धक्का-मुक्की की गई और घटना स्थल का वीडियो बनाने से रोका गया, जो कि शासकीय कार्य में बाधा के तहत दंडनीय अपराध है।
यूएसटीआर के उप निदेशक वरुण जैन ने बताया कि ग्राम एकवारी में आंगनवाड़ी निर्माण की अनुमति प्रक्रिया लंबित होने तक विभाग द्वारा अस्थायी रूप से शासकीय क्वार्टर में आंगनबाड़ी संचालन की अनुमति दी गई है। इसी प्रकार, पूर्व में कई निर्माण कार्य जैसे इन्दागांव-नगरी 132 केवी बिजली लाइन एवं बिर्तासिल्ली में पुल निर्माण जैसे कार्य भी आवश्यक क्लीयरेंस प्राप्त कर पूरे किये जा चुके हैं।
टाइगर रिज़र्व प्रशासन ने बीते 5 वर्षों में 30 से अधिक ग्रामसभाओं को सामुदायिक वन संसाधन अधिकार दिये हैं और मानव-हाथी द्वंद रोकने हेतु “हाथी अलर्ट” ऐप की शुरुआत की है, जिससे जनहानि में प्रभावी कमी आई है।
उल्लेखनीय है कि 1852 वर्ग किलोमीटर में फैला यह टाइगर रिज़र्व महानदी सहित कई नदियों का उद्गम स्थल है और छत्तीसगढ़ व ओडिशा की जीवनरेखा भी, हाल ही में विभाग द्वारा 760 हेक्टेयर अतिक्रमण हटाया गया तथा 250 से अधिक लकड़ी एवं रेत तस्करों, शिकारियों पर कठोर कार्रवाई की गई है।
विभाग द्वारा आशंका जताई गई है कि, सख्त कार्रवाइयों से नाराज़ असामाजिक तत्व ग्रामीणों को गुमराह कर वन विभाग के विरुद्ध भ्रामक प्रचार कर रहे हैं। विभाग ने आमजन से अपील की है कि वे तथ्यहीन आरोपों से प्रभावित न हों और विभागीय कार्यों में सहयोग करें।