पीडब्ल्यूडी विभाग में गड़बड़झाला, साधारण मरम्मत एवं रंगाई-पुताई में भी भ्रष्टाचार : दो उपसंभागीय अधिकारी निलंबित
सुनील महापात्र, सराईपाली । लोक निर्माण विभाग में साधारण मरम्मत एवं रंगाई-पुताई कार्यों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का मामला उजागर होने पर विभाग ने दो उपसंभागीय अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
मुख्य अभियंता, लोक निर्माण विभाग परिक्षेत्र रायपुर द्वारा गठित उच्च स्तरीय जांच समिति की रिपोर्ट में पाया गया कि महासमुंद संभाग अंतर्गत सरायपाली उपसंभाग के अंतर्गत कई शासकीय भवनों और आवासों में प्लास्टर मरम्मत, पुट्टी, पुताई और वॉटर प्रूफिंग के कार्य वास्तविक रूप से किये ही नहीं गये,जबकि इनके लिये माप पुस्तिका में कार्य दर्ज कर लगभग ₹14.28 लाख का भुगतान दर्शाया गया था।
उच्चस्तरीय जांच में पाया गया कि,शासकीय हाई स्कूल भवन सरायपाली एवं शासकीय हाई स्कूल भवन मंदिर में प्लास्टर मरम्मत एवं पुट्टी कार्य किया ही नही गया। ब्लॉक कॉलोनी एच टाइप क्वार्टर में पुताई कार्य नहीं हुआ, एसडीओ कृषि क्वार्टर, तहसील कार्यालय सरायपाली तथा शासकीय कन्या हाई स्कूल सरायपाली में भी संबंधित कार्य नहीं किये गये।
पाँच एच टाइप क्वार्टर में भी किसी तरह के कार्य का कोई प्रमाण नहीं मिला।
जबकि इन कार्यों के लिये श्रीमती शिखा पटेल, तत्कालीन अनुविभागीय अधिकारी द्वारा ₹1.51 लाख और अरविंद किशोर देवांगन, तत्कालीन प्रभारी अनुविभागीय अधिकारी द्वारा ₹12.77 लाख का माप दर्ज किया गया था, जो कुल 14.28 लाख रु की राशि होती है।
प्रथम दृष्टया शासकीय राशि के गबन और कर्तव्यों के प्रति लापरवाही पाये जाने पर, छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के अंतर्गत दोनों अधिकारियों को निलंबित कर उनका मुख्यालय निर्माण भवन, नवा रायपुर अटल नगर में निर्धारित किया गया है। निलंबन अवधि में उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा।







