आखिर कार नींद से जागा प्रशासन : chirghar.com की पोस्टमार्टम खबर से हुआ बड़ा फैसला

साजु चाको, बालोद। पिछले सप्ताह 9 जुलाई को नगर के बस स्टैंड की अव्यवस्था से संबंधित खबर का प्रसारण छत्तीसगढ़ के अग्रणी link portal chirghar.com में प्रमुखता से प्रसारित किया गया था, जिसके बाद आनन फानन में प्रशासन और नगर पालिका के द्वारा बस स्टैंड में जल भराव को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्यवाही की, कलेक्टर बालोद के द्वारा भी नगर के निचले हिस्सों में जल भराव की स्थिति उत्पन्न होने पर प्रशासन को इसकी सूचना देने की अपील की गई।
उन्होंने बस स्टैंड में जल भराव के शीघ्र निराकरण के लिये आश्वासन भी दिया।
आपको बता दें कि नगर का बस स्टैंड नेशनल हाईवे 930 से लगा हुआ है। हाल ही में में हाइवे के निर्माण के बाद रोड का लेवल ऊंचा हो गया, जबकि पूर्व निर्मित बस स्टैंड का लेवल काफी नीचे हैं।
नगर वासियों में चर्चा है कि स्थानीय प्रशासन और एन एच के इंजीनियरों ने मिलकर टेबल टेनिस खेला और गलती एक दूसरे पर मढ़ते रहे, आखिरकार आम जनता और स्थानीय व्यापारी संघ ने जब आवाज उठाई तब इस मामले को गंभीरता से लेते हुये, chirghar.com ने भी जनता के पक्ष में समस्या को प्रमुखता से उठाया। आखिरकार प्रशासन के द्वारा, नगर पालिका को ये हिदायत दी गई कि बस स्टैंड नगरीय सीमा अंतर्गत है, इसलिये इसकी सुरक्षा सफाई तथा अन्य सभी व्यवस्था की जिम्मेदारी नगर पालिका प्रशासन की है।
विदित हो की खबर प्रसारित होने के बाद, नींद से जागे अधिकारियों ने जेसीबी की मदद से वाटर लेवल और फ्लोर के मुताबिक नाली के एक तरफ की दीवाल को तोड़ा, जिससे पानी नालियों से होकर निकल जाये, इस तरह एक अस्थाई निराकरण किया गया है।
बता दें कि एक माह पूर्व ही बालोद को जल शक्ति मंत्रालय द्वारा जल संरक्षण के लिए 34 जिलों में विशेष स्थान और प्रशंसा मिली थी, और मजे की बात ये है कि इतने बड़े बस स्टैंड में रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के नाम पर कुछ भी नहीं है। सरकार जनता को रैन वाटर हार्वेस्टिंग के लिये जहां प्रेरित करती हैं वही सरकारी भवनों के निर्माण में इस महत्ववपूर्ण बिंदु को दर किनार कर दिया जाता हैं।
स्थानीय नागरिक के साथ साथ मीडिया के साथी भी नगर की ज्वलन्त समस्याओं यथा, मवेशियों से लगातार हो रही सड़क दुर्घटना, शहर के बीच से गुजरती एन एच 930 में स्ट्रीट लाइट का अभाव, बस स्टैंड में वाहनों की अव्यवस्थित पार्किंग, बस स्टैंड के मूत्रालय की अनियमित साफ सफाई, बस स्टैंड में दुकानदारों द्वारा अवैध तरीके से दुकान के बाहर सामानों को रखना, बस स्टैंड क्षेत्र अंतर्गत कचरों का निराकरण, सड़क के बीच डिवाइडर का न होना, गाड़ियों के स्पीड लिमिट और अन्य साइन बोर्ड का अभाव, जैसे मसलों को आज फिर हम सरकार और स्थानीय प्रशासन के मध्य लाना चाहते हैं। उम्मीद है बालोद एक सुंदर नगर के रूप में विकसित और चर्चित होगा।