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रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी के सबसे बड़े शासकीय अस्पताल मेकाहारा में मरीजों के एमआरआई और सीटी स्कैन जांच की निशुल्क सुविधा के बंद होने की खबरों को स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने संज्ञान में लिया है,जिसके बाद उन्होंने बीपीएल मरीजों के लिये निःशुल्क जांच के निर्देश दिये हैं।

दरअसल जो जानकारी सामने आ रही थी, उसके अनुसार अम्बेडकर अस्पताल में आयुष्यमान कार्ड या अन्य शासकीय योजनाओं के तहत जो जांच मुफ्त में होती थी, अब उसके लिये मरीजों से फीस ली जा रही थी। फीस की ये रकम निजी अस्पतालों से भी अधिक बताई जा रही थी।
मामले की विस्तारित जानकारी के अनुसार मेकाहारा अस्पताल प्रबंधन सिर्फ भर्ती मरीजों के आयुष्मान कार्ड से भुगतान को मान्य कर रहा था, जबकि ओपीडी मरीजों के आयुष्मान कार्ड से पेमेंट नही लिया जा रहा था। ओपीडी पेशेंट के ईलाज के लिये यदि सीटी स्कैन या एमआईआर की आवश्यकता होती है तो उन्हें खुद नगद रकम का भुगतान करना पड़ रहा था। इससे गरीब वर्ग के मरीजों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।
इससे पहले, इस अस्पताल में भर्ती या ओपीडी दोनों तरह के मरीजों की आयुष्मान अथवा जन आरोग्य योजना से विभिन्न प्रकार की जांच मुफ्त की जाती थी।
नियमों के बदले जाने से इस हॉस्पिटल में आने वाले मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, जिस पर कुछ मीडिया संस्थानों द्वारा खबरों का प्रकाशन किया गया।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इन खबरों को स्वतः संज्ञान में लिया और बी.पी.एल. मरीजों के लिये निःशुल्क जांच, अन्य मरीजों को शासन द्वारा निर्धारित न्यूनतम दर पर सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
डॉ.भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय रायपुर में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत ओपीडी (बाह्य रोगी विभाग) में आने वाले मरीजों को सीटी स्कैन एवं एमआरआई जांच में आ रही कठिनाइयों को देखते हुये स्वास्थ्य मंत्री ने मरीज हित में फैसला लेते हुये आगामी सामान्य परिषद् की बैठक तक के लिये चिकित्सालयों में आने वाले बी.पी.एल. राशनकार्डधारी ओपीडी मरीजों को निःशुल्क सीटी स्कैन एवं एमआरआई जांच सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ऐसे अन्य ओपीडी मरीज जो बी.पी.एल.श्रेणी में नहीं आते हैं, उन्हें शासन/विभाग द्वारा निर्धारित न्यूनतम दरों पर यह जांच सुविधा प्राप्त होगी।
अम्बेडकर अस्पताल के अधीक्षक डॉ.संतोष सोनकर ने स्वास्थ्य मंत्री के इस निर्णय को ओपीडी स्तर पर जांच सुविधाओं के लिये सुलभ एवं किफायती बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य मंत्री के इन आदेशों का पालन सुनिश्चित करते हुये किसी भी मरीज को जांच सुविधा में असुविधा न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जायेगा।
विदित हो कि प्रदेश के सबसे बड़े शासकीय अस्पताल के रेडियोडायग्नोसिस विभाग में सीटी स्कैन – एमआरआई जांच की अत्याधुनिक मशीनें स्थापित हैं जिसके कारण प्रतिदिन यहां पर काफी संख्या में मरीज इन मशीनों से जांच सुविधा का लाभ उठाने आते हैं, किन्तु विगत कुछ दिनों से आयुष्मान योजना पोर्टल के जरिये ओपीडी में इन जांचों हेतु ब्लॉकिंग सुविधा में दिक्कत आ रही थी जिसे देखते हुये माननीय स्वास्थ्य मंत्री ने लोकहित में निर्णय लेते हुये गरीब मरीजों की जांच निशुल्क करने हेतु दिशा- निर्देश जारी किये हैं।







