इधर यूरिया की कालाबाजारी : उधर अधिकारियों के कालाबाजारी रोकने के दावे
किरीट ठक्कर, गरियाबंद। खरीफ सीजन में किसानों यूरिया की किल्लत बनी हुई है, खुले बाजार में 266 रु मूल्य का यूरिया 700 रु से 800 रु तक मिल रहा है। उर्वरकों के पर्याप्त भंडारण के सरकारी दावे फेल हो रहे हैं। जिले के छुरा, मुड़ागांव पांडुका राजिम फिंगेश्वर सहित जिला मुख्यालय में भी कृषि सेवा केंद्र के नाम से संचालित संस्थानों में यूरिया अधिक मूल्य पर बेचा जा रहा है। मैनपुर में 19 अगस्त को खाद की कमी को लेकर किसानों ने सड़क पर विरोध प्रदर्शन किया था।

किसानों को केवल निर्धारित दर 266 रुपये प्रति बोरी पर यूरिया मिलने के कृषि विभाग के दावे जुमला साबित हो रहे हैं।
किसानों का कहना है कि दुकानों पर यूरिया 700 से 800 रुपये तक प्रति बोरी खरीदना पड़ रहा है। मोल- भाव या निर्धारित मूल्य की बात करने पर दुकानदार टका सा जवाब दे देते हैं, नही है यूरिया …खत्म हो गया।
कृषि विभाग की कार्यवाही, अधिकारियों ने जिले के कृषि केन्द्रों का किया औचक निरीक्षण
जिला प्रशासन तथा कृषि विभाग द्वारा उर्वरकों के अवैध परिवहन, कालाबाजारी, मुनाफाखोरी रोकने तथा शासन द्वारा निर्धारित दर पर कृषकों को उर्वरक उपलब्ध कराने प्रयास की बात भी सामने आ रही है।।

कृषि अधिकारियों ने वविगत दिनों फिंगेश्वर विकासखण्ड के मेसर्स अन्नपूर्णा कृषि केन्द्र राजिम, वर्षा कृषि केन्द्र राजिम एवं राजेश खाद भंडार राजिम का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान मेसर्स अन्नपूर्णा कृषि केन्द्र राजिम द्वारा कृषकों को कैश, क्रेडिट मेमों जारी नहीं करने, स्कंध पंजी का संधारण नहीं करने, निर्धारित प्रारूप में मासिक प्रतिवेदन जमा नहीं करने, मूल्य सूची प्रदर्शित नहीं करना पाया गया, जो कीटनाशी अधिनियम 1968 एवं नियम 1971 के निर्धारित मापदण्डों का उल्लंघन है।
इसी प्रकार मेसर्स वर्षा कृषि केन्द्र राजिम द्वारा निर्धारित मूल्य से अधिक दर पर उर्वरकों का विक्रय करना, निर्धारित प्रारूप में कैश, क्रेडिट मेमों जारी नहीं करना, उर्वरक निरीक्षक को आवश्यक सूचना नहीं देना एवं पॉस मशीन के बिना उर्वरकों का विक्रय करना पाया गया तथा मेसर्स राजेश खाद भंडार राजिम में पॉस मशीन एवं भौतिक रूप से भंडारित उर्वरक मात्रा में अंतर पाया गया, जो कि उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के प्रावधानों का स्पष्ट उल्लंघन है। फलस्वरूप उक्त संस्थान में प्राप्त कमियों को दुरूस्त कर 03 दिवस के भीतर जबाव प्रस्तुत करने नोटिस जारी किया गया है एवं प्रतिष्ठानों में भंडारित उर्वरकों का विक्रय प्रतिबंधित किया गया है।
इसके साथ ही मेसर्स वर्षा कृषि केन्द्र राजिम के उर्वरक प्राधिकार पत्र को 07 दिवस हेतु निलंबित किया गया है। वर्तमान में जिले के सहकारी समितियों में पर्याप्त मात्रा में उर्वरकों का भंडारण किया गया है। इसी प्रकार 18 अगस्त को मैनपुर विकासखण्ड के मैनपुर, शोभा एवं बम्हनीझोला सहकारी समिति में 35, 35, एवं 40 मिट्रिक टन यूरिया क्रमशः भंडारण कराया गया तथा जिन समतियों में उर्वरकों की कमी है, वहां तत्काल उर्वरकों का भंडारण कराया गया है।







