छत्तीसगढ़ में जब छत्तीसगढ़ी ही नहीं बचेंगे तो संस्कृति बचा कर क्या कर लेंगे – नीलकंठ महाराज
रायपुर। छत्तीसगढ़ में प्रदेशवाद का मुद्दा गरमाया जा रहा है, कुछ बुद्धिजीवी इसे सुनियोजित साजिश निरूपित कर रहे हैं। कुछ दिनों पहले छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के वीआईपी चौक में छत्तीगढ़ महतारी की मूर्ति को खंडित कर दिया गया था। पुलिस के अनुसार एक मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति द्वारा उक्त घटना कारित की गई, जिसे चिन्हित कर गिरफ्तार कर लिया गया।
इस घटना को लेकर छत्तीसगढ़ी क्रांति सेना के संस्थापक अमित बघेल द्वारा अग्रवाल समाज के आराध्य अग्रसेन भगवान एवं सिंधी समाज के आराध्य भगवान झूलेलाल के बारे में अपशब्द टिप्पणी की गई, जिसे लेकर छत्तीसगढ़ में सिंधी समाज और अग्रवाल समाज ने जबरदस्त विरोध प्रगट किया, और अमित बघेल पर विभिन्न कानूनी धाराओं में एफआईआर की मांग की, कार्यवाही नहीं होने पर छत्तीसगढ़ सहित देश के अनेक शहरों में अग्रवाल और सिंधी समाज द्वारा आंदोलन की चेतावनी दी गई है।
इसी कड़ी में रायपुर में धर्मसंसद के आयोजक पंडित नीलकंठ त्रिपाठी महाराज ने भी अमित बघेल के दिये बयान की निंदा की है, नीलकंठ महाराज ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जब छत्तीसगढ़ी ही नहीं बचेंगे तो संस्कृति बचा कर क्या कर लेंगे अमित बघेल जी ?
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण सबसे ज्यादा बढ़ रहा है, सबसे ज्यादा छत्तीसगढ़ी आदिवासी धर्मांतरण कर रहे है, बस्तर जशपुर पूरा मिशनरी क्षेत्र हो गया, असंख्य लोंगों ने धर्म परिवर्तन कर लिया है। यहां तक की धर्म परिवर्तन का खेल रायपुर में भी चल रहा है,किन्तु छत्तीसगढ़ी क्रांति सेना के संस्थापक इस विषय में चर्चा नहीं करेंगे।
जशपुर में एशिया का सबसे बड़ा चर्च बना है कभी इसका विरोध नहीं करेंगे। नीलकंठ महाराज ने कहा कि लव जिहाद, लैंड जिहाद धड़ल्ले से हो रहा है कभी इसका विरोध नहीं करेंगे। परदेशिया वाद की आड़ में अमित बघेल खुद हिंदू होकर हिन्दुओं का विरोध कर रहे है यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
नीलकंठ महाराज ने कहा अमित बघेल को अगर वास्तव में छत्तीसगढ़ की चिंता है तो पहले धर्मांतरण रुकवायें, हम उनका साथ देंगे, शराब बंदी में काम करे हम उनका साथ देंगे। छत्तीसगढ़ में शराबखोरी और अन्य तरह के नशे का कारोबार चरम पर है। इस प्रदेश की युवा पीढ़ी नशे की गिरप्त में जकड़ी जा रही है।
अमित बघेल अगर सच्चे समाज सेवी है तो धर्मांतरण, लव जिहाद, लैंड जिहाद, शराब जैसे मुद्दे में काम करे तभी हमारे छत्तीसगढ़ के नागरिक सुरक्षित रहेंगे। हिंदू होकर हिन्दुओं को आपस में लड़ाने से हम सब कमजोर ही होंगे।







