प्रदेश का सुव्यवस्थित बस स्टैंड हुआ जलमग्न

साजु चाको, बालोद। पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार मूसलाधार बारिश के बाद बालोद बस स्टैंड में जल भराव की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है। आपको बता दें कि एक समय तक बालोद बस स्टैंड अपनी सुंदरता, सुव्यवस्था, साफ सफाई साथ ही व्यवस्थित पार्किंग के लिये पूरे प्रदेश में मशहूर था,आज वही बस स्टैंड अव्यवस्था और लापरवाही का खुलम खुल्ला प्रचार कर रहा है, अब ना ही वहा साफ सफाई है और न ही वाहनों को व्यवस्थित करके पार्क किया जाता है।
बस स्टैंड के यात्री प्रतीक्षालय में दुकानदारों का और मवेशियों का कब्जा है। चारों तरफ गंदगी और बदबू को बोल बाला है, सार्वजनिक मूत्रालयों से साफ सफाई के अभाव में आ रही बदबु से लोग परेशान हैं, प्रदेश का सुव्यवस्थित बस स्टैंड आज तालाब का रूप ले चुका है।
इसका कारण स्थानीय सिस्टम के साथ साथ ड्रेनेज सिस्टम का फ़ेल होना बताया जा रहा है। एक सुव्यवस्थित व्यवस्था अब भ्रष्टाचार के हाथों लाचार नजर आ रही है।
वैसे बसों की आवाजाही तो बंद नही हुई है किन्तु यात्रियों को सीधे गंदे पानी में उतरना पड़ता है। मुश्किल तब होती है जब छोटे बच्चों और भारी सामान के साथ यात्रियों को मजबूरन गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है।
सड़क पर मवेशियों का जमावड़ा और वाहनों की अव्यवस्थित पार्किंग से सड़क हादसे में हो रही बढ़ोतरी चिंता का विषय है।
स्थिति देखकर लगता है कि सरकार और नगर पालिका अपने कर्तव्यों को पूरा करने में पूरी तरफ फेल और लाचार हो चुकी है। नगर वासियों के अनुसार नालियों की सफाई नही हो रही है दूसरी तरफ कुछ दुकानदारों के द्वारा कचरा नालियों में ही डाल दिया जाता हैं, जिससे नालिया जाम हो रही हैं।
ये भी देखने में आ रहा है कि शहर के बीच से गुजरती NH 930 में कही भी स्ट्रीट लाइट नही लगाई गई है। जिला मुख्यालय की ये अव्यवस्था सुशासन की पारदर्शिता पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह है।