उदंती सीतानदी टाइगर रिज़र्व में पश्चिमी घाट के एवरग्रीन फारेस्ट वन्यजीवों के बाद हिमालयन दुर्लभ तितली नजर आई
यूएसटीआर में देखे जा रहे हैं – मालाबार पाईड हार्नबिल और पेरेग्रीन फाल्कन ( दुनिया का सबसे तेज़ उड़ने वाला पक्षी), उड़न गिलहरी (Flying Squirrell), इन्द्रधनुषी गिलहरी (Indian Giant Squirrel) एवं औटर (Otters)

किरीट ठक्कर, गरियाबंद। हाल के दिनों में उदंति सीतानदी टाईगर रिजर्व फॉरेस्ट में वृहद् मात्रा में दुर्लभ वन्यजीव देखे जा रहे है, जिनका संरक्षण किया जा रहा है।
पिछले दिनों यहां मालाबार पाईड हार्नबिल (Malabar Pied Hornbill) और पेरेग्रीन फाल्कन (Peregrine Falcon -दुनिया का सबसे तेज़ उड़ने वाला पक्षी) के बाद उड़न गिलहरी (Flying Squirrell), इन्द्रधनुषी गिलहरी (Indian Giant Squirrel) एवं औटर (Otters) भी देखे गये है।

ये सभी पक्षी एवं स्तनपायी जीव ज्यादातर केरल, कर्णाटक, तमिलनाडू में स्थित पश्चिमी घाट (एवरग्रीन फारेस्ट) के जंगलो में पाये जाते है। उप संचालक वरुण जैन ने बताया कि उदंती एवं सीतानदी अभ्यारण्य में पश्चिमी घाट जैसा रहवास होने के कारण वृहद् मात्रा में ये दुर्लभ वन्य जीव पाये जाते है।

अब इस रिजर्व फारेस्ट में दुर्लभ प्रजाति की तितलियां भी दिखाई दे रही है, मुख्य रूप से भारत के हिमालयी क्षेत्रों में पाई जाने वाली एक दुर्लभ प्रजाति की तितली जिसे ‘कॉमन बैंडेड पीकॉक’ (Common Banded Peacock) या वैज्ञानिक रूप से पैपिलियो पैरिस (Papilio paris) के नाम से जाना जाता है देखी जा रही है। आपको बता दें कि उत्तराखंड में इसे राज्य तितली का दर्जा भी प्राप्त है।

भारत में तितलियों की लगभग 1300 प्रजातियां हैं, जिनमें से यह एक है।

इसी तरह यूएसटीआर के नारीपानी बीट में “फॉल्स टाइगर मॉथ” नामक तितली भी देखी गई जो अंडमान-निकोबार, वियतनाम और मलेशिया में पाई जाती है।







