देश
मध्य-प्रदेश की खास खबरें

शासन से मिलेगा जनता को दीपावली उपहार
प्रधानमंत्री उज्जवला योजनांतर्गत दिये जाएंगे 2.23 लाख से अधिक नवीन घरेलू एलपीजी कनेक्शन प्रधानमंत्री उज्जवला...

फोर्स का दबाव ज्यादा बढ़ गया है, परिस्थितियां सशस्त्र आंदोलन के अनुकूल नहीं : उदंति सीतानदी एरिया कमेटी की आत्मसमर्पण की अपील
सुनील की इस अपील पर गरियाबंद में 20 अक्टूबर 2025 को बड़ी संख्या में नक्सलियों के आत्मसमर्पण की संभावना है..

बारिश का पानी रोकने ठोस योजना का अभाव – शिव सेना
जल संरक्षण आज की सबसे बड़ी आवश्यकता बन गई है, लेकिन शासन-प्रशासन की उदासीनता...

“पूना मारगेम-पुनर्वास से पुनर्जीवन’’ : दण्डकारण्य के 200 से अधिक माओवादी कैडर लौटे समाज की मुख्यधारा में..
आत्मसमर्पण करने वालों में एक सेंट्रल कमेटी सदस्य, चार डीकेएसजेडसी सदस्य, 21 डिविजनल कमेटी सदस्य सहित अनेक वरिष्ठ माओवादी नेता शामिल ..

88 हजार से अधिक श्रमिकों के खातें में 26 करोड़ 90 लाख से अधिक रूपये अंतरित
राज्य के श्रमिकों को दिवाली की सौगात रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर...
मनोरंजन की खबरे
शासन से मिलेगा जनता को दीपावली उपहार
प्रधानमंत्री उज्जवला योजनांतर्गत दिये जाएंगे 2.23 लाख से अधिक नवीन घरेलू एलपीजी कनेक्शन प्रधानमंत्री उज्जवला...
फोर्स का दबाव ज्यादा बढ़ गया है, परिस्थितियां सशस्त्र आंदोलन के अनुकूल नहीं : उदंति सीतानदी एरिया कमेटी की आत्मसमर्पण की अपील
सुनील की इस अपील पर गरियाबंद में 20 अक्टूबर 2025 को बड़ी संख्या में नक्सलियों के आत्मसमर्पण की संभावना है..
बारिश का पानी रोकने ठोस योजना का अभाव – शिव सेना
जल संरक्षण आज की सबसे बड़ी आवश्यकता बन गई है, लेकिन शासन-प्रशासन की उदासीनता...
“पूना मारगेम-पुनर्वास से पुनर्जीवन’’ : दण्डकारण्य के 200 से अधिक माओवादी कैडर लौटे समाज की मुख्यधारा में..
आत्मसमर्पण करने वालों में एक सेंट्रल कमेटी सदस्य, चार डीकेएसजेडसी सदस्य, 21 डिविजनल कमेटी सदस्य सहित अनेक वरिष्ठ माओवादी नेता शामिल ..
88 हजार से अधिक श्रमिकों के खातें में 26 करोड़ 90 लाख से अधिक रूपये अंतरित
राज्य के श्रमिकों को दिवाली की सौगात रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर...
दीपावली की रौनक फीकी, बाजार तैयार लेकिन जेबें खाली : धान कटाई पर मौसम का ब्रेक, रोजगार योजनायें ठप, जनता को याद आये “कका”
ग्रामीण इलाकों में लोग पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को याद कर रहे हैं। एक किसान ने कहा, "भूपेश कका त्यौहार से पहले बोनस देते थे, जिससे दीपावली की खुशियां दोगुनी हो जाती थीं।