जिले के किसानों को खरीफ फसल में सिंचाई के लिये आज से मिलेगा पानी, सिकासेर के गेट खोले जायेंगे

जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक में सिंचाई योजना पर की गई चर्चा
सिकासार वृहद जलाशय से 38 हजार 300 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई प्रस्तावित
लघु जलाशयों से 27 हजार 110 हेक्टेयर क्षेत्र में पानी उपलब्ध कराया जाएगा
विधायक रोहित साहू ने किसानों से पानी बचाने और फसल चक्र अपनाने की अपील की
गरियाबंद । जिले के किसानों को खरीफ फसल के लिये बांध का पानी दिया जायेगा, किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुये आज जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक में यह प्रस्तावित किया गया।
कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में राजिम विधायक रोहित साहू, जिला जल उपयोगिता समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर बी.एस. उइके, अपर कलेक्टर नवीन भगत, जिला जल उपयोगिता समिति के सचिव एवं कार्यपालन अभियंता एस.के बर्मन सहित जिला जल उपयोगिता के सदस्य गण एवं सिंचाई विभाग के सभी अनुविभागीय अधिकारी गण शामिल हुये।
बैठक में खरीफ फसल के लिये जलाशयों में उपलब्ध पानी क्षमता के मांग के अनुरूप आज से ही किसानों को सिंचाई के लिये खेतों में पानी दिये जाने का निर्णय लिया गया।
बैठक में राजिम विधायक रोहित साहू ने किसानों द्वारा खरीफ सीजन में सिंचाई हेतु पानी की मांग के मुद्दे पर चर्चा करते हुये कहा कि जिले के कुछ जलाशयों में खरीफ फसल के सिंचाई के लिये पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध है। किसानों को आावश्यकतानुसार जिला प्रशासन एवं जल संसाधन विभाग द्वारा पानी उपलब्ध कराया जाएगा, किसानों को खरीफ सीजन के लिये पानी की चिंता नहीं करना चाहिए।
उन्होंने काड़ा नाली के तहत मुख्य नहर परसदा माईनर फिंगेश्वर वितरक एवं छोटे जलाशयों से निकलने वाले नालियों से क्रांकिटीकरण करने के लिये डीपीआर तैयार करने के सुझाव दिये, साहू ने किसान भाईयों से आग्रह किया है कि वे सिंचाई के पानी को अनावश्यक व्यर्थ न करे। पानी की एक-एक बूंद हम सबके लिए बहुमूल्य है। उन्होंने रबी सीजन के लिये किसानों से आग्रह किया है कि वे धान के बदले दलहन-तिलहन एवं अन्य फसल ले तथा फसल चक्र परिवर्तन करे, इससे खेतों में उपजाऊपन बना रहेगा, साथ ही किसानों को अपनई फसल का उचित दाम भी प्राप्त होगा।
बैठक में जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता एस के बर्मन ने विस्तार पूर्वक बताया कि जिले में एक वृहद जलाशय एवं 48 लघु जलाशय है। जिसमें से सिकासार वृहद जलाशय में 174.50 मिलियन घन मीटर अर्थात 87.74 प्रतिशत पानी उपलब्ध है।
इसी प्रकार 48 लघु जलाशयों में 38.83 मिलियन घन मीटर अर्थात 50.69 प्रतिशत जल भराव हुआ है। सिकासार जलाशय से जल भराव उपलब्धता से गरियाबंद जिले के अंतर्गत पैरी परियोजना दांयी तट नहर से 101 ग्रामों में 26 हजार 200 हेक्टेयर क्षेत्र तथा धमतरी जिले के अंतर्गत पैरी परियोजना बांयी तट नहर से 49 ग्रामों में 12 हजार 100 हेक्टेयर क्षेत्र इस तरह सिकासार जलाशय से 38 हजार 300 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसल में पानी दिया जाना प्रस्तावित है।
लघु जलशयों से लगभग 27 हजार 110 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसल के लिये पानी दिया जाना प्रास्तावित है। उन्होंने बताया कि इस बार वर्षा कम होने की वजह से जलाशयों में क्षमता अनुरूप जल भराव नहीं हो पाया है। उन्होंने बताया कि जल संसाधन विभाग द्वारा पानी की उपलब्धता के अनुरूप किसानों के खेतों में अंतिम छोर तक पानी की पहुंचाने हर संभव प्रयास किया जायेगा। बैठक में कृषि विभाग के उप संचालक चंदन रॉय, चन्द्रशेखर साहू सहित सिंचाई विभाग और जिला जल उपयोगिता समिति के सदस्यगण शामिल हुये।