विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत जिले में 29 मई से 12 जून तक 78 शिविरों का आयोजन किया जायेगा

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विकसित कृषि संकल्प यात्रा आज से प्रारम्भ

गरियाबंद। “विकसित कृषि संकल्प यात्रा“ का शुभारम्भ आज प्रातः 8.00 बजे कलेक्टर बी.एस.उइके ने कलेक्ट्रेट परिसर से किया। इस दौरान उन्होंने तीन किसान रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर कृषि विभाग के उपसंचालक चंदन रॉय, पशुपालन विभाग के उप संचालक डॉ.ओ.पी.तिवारी, मत्स्य पालन विभाग के सहायक संचालक ए.के.वशिष्ट, कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रमुख डॉ. चौरसिया सहित संबंधित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
कलेक्टर बी.एस.उइके के निर्देशानुसार जिले में विकसित कृषि संकल्प अभियान के लिये 29 मई से 12 जून तक अलग-अलग विकासखण्डों में शिविर आयोजित किया जायेगा। यह रथ प्रतिदिन दो ग्राम पंचायतों में पहुंचकर विभिन्न विषयों पर कृषकों से प्रत्यक्ष संवाद तथा परिचर्चा करेंगी।

कृषि संबंधित जानकारी दी जायेगी

कृषक पाठशाला के माध्यम से कृषकों को मिट्टी नमूना परीक्षण, मृदा स्वास्थय कार्ड के उपयोग, धान की सीधी बुआई, फसल परिवर्तन, ड्रोन तकनीक का उपयोग, प्राकृतिक व जैविक खेती योजना के बारे में फसलों की नवीन किस्में, संतुलित एवं समन्वित उर्वरक प्रबंधन, समन्वित कीट प्रबंधन, पशुओं की मौसमी बीमारियों एवं उपचार, उद्यानिकी फसलों के महत्व एवं लाभ के संबंध में विस्तृत रूप से जानकारी दी जायेगाी। इसके अतिरिक्त कृषि विभाग, उद्यान विभाग, पशुपालन, मछलीपालन विभाग की राज्य एवं केन्द्रीय योजनाओं के बारे में जानकारी बताई जायेगी। कलेक्टर उइके ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी कार्यक्रम में आमंत्रित करने के निर्देश दिये है।

राष्ट्रव्यापी अभियान

भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् की सहभागिता से 29 मई से 12 जून 2025 तक विकसित कृषि संकल्प अभियान के द्वारा खरीफ पूर्व राष्ट्रव्यापी अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। जिसका का मुख्य उद्देश्य प्रमुख खरीफ फसलों की नवीन तकनीकों, नवाचार के संबंध में कृषकों के मध्य जागरूकता लाना, विभिन्न कृषकोन्मुखी शासकीय योजनाओं एवं नीतियों का प्रचार-प्रसार करना, मृदा स्वास्थ्य पत्रक में अनुशंसित दर पर संतुलित उर्वरकों के उपयोग को बढ़ावा देने तथा कृषकों से प्राप्त सुझाव एवं समस्याओं तथा कृषकों द्वारा किये जा रहे नवाचारों के संबंध में जानकारियों का संकलन कर आवश्यक अनुसंधान प्राथमिकताओं का निर्धारण करना है।

कृषि वैज्ञानिकों के तीन दल

इस अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु जिले के उप संचालक कृषि को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। कृषि विभाग के उपसंचालक चंदन रॉय ने बताया कि जिले में कृषि विभाग के साथ-साथ संवर्गीय विभाग जैसे उद्यान विभाग, पशुपालन विभाग, मछली पालन विभाग के जिला एवं विकासखण्ड स्तर के अधिकारियों तथा कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों की संयुक्त रूप से 03 दल गठित किये गये है। प्रत्येक दल के साथ एक-एक कृषि रथ भी इस अभियान में सम्मिलित होगा।

छूटे हुये हितग्राहियों का होगा नवीन पंजीयन

अभियान के दौरान स्थानीय स्तर पर निर्मित किये जा सकने योग्य कृषि आदानों का जीवंत प्रदर्शन भी किया जायेगा। शिविर में ग्राम पंचायत एवं विकासखण्ड के प्रगतिशील कृषकों को भी उनके नवाचार के बारे में बताने हेतु आमंत्रित किया जायेगा। शिविर में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के छुटे हुये हितग्राहियों का नवीन पंजीयन, आधार सीडिंग एवं लैंड सीडिंग कार्य भी किया जाएगा, ताकि पात्र हितग्राहियों को आगामी 20 वीं किस्त से लाभान्वित किया जा सके।

29 मई से 12 जून 2025 तक जिले के गरियाबंद विकासखण्ड में 18 शिविर, फिंगेश्वर में 18 शिविर, छुरा में 12 शिविर मैनपुर में 18 शिविर एवं देवभोग में 12 शिविर कुल 78 शिविर का आयोजन किया जायेगा।

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