लव, धोखा, दुष्कर्म फिर हत्या : प्रेमिका की लाश मिली कुएँ में

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 दो महीने की प्रेम कहानी में प्रेमिका की जीवन लीला समाप्त 

गरियाबंद। जिले की ये दुखद घटना कच्ची उमर के प्यार की है। जिसमें प्रेमी खुद अपनी 18 वर्षीय प्रेमिका की हत्या कर रात के अंधेरे में उसकी लाश को कुएँ में डालकर प्यार का दुखद अंत कर देता है।

घटना मैनपुर थाना अंतर्गत बिन्द्रानवागढ़ चौकी क्षेत्र की है। जहां 17 अक्टूबर एक महिला सुभेदी ओटी अपनी 18 वर्षीय पुत्री के गुम हो जाने की रिपोर्ट दर्ज करवाती है। पुलिस मामला दर्ज कर गुम इंसान की पतासाजी में जुट जाती है। नव नियुक्त पुलिस अधीक्षक निखिल अशोक राखेचा तथा अन्य पुलिस अधिकारियों के निर्देशन में गुम इन्सान की पतासाजी के लिये टीम गठित की जाती है।

इस दौरान 18 अक्टूबर को एक महिला प्रेम बाई ग्राम बोइरगांव के कुंवर सिंह के खेत की तरफ घूमते फिरते पहुंची और खेत के कुएँ में झांक कर देखने पर उसे वहां एक महिला की लाश नजर आयी।

लाश गुमशुदा सुरेखा ओटी की होना पाया गया। पुलिस चौकी बिन्द्रानवागढ़ द्वारा मर्ग कायम कर पंचनामा कार्यवाही में लिया गया। पीएम के बाद प्रथम दृष्टया मामला हत्या का पाये जाने पर अज्ञात आरोपी के विरुद्ध हत्या का अपराध पंजीबद्ध किया गया।

आरोपी बालाराम और धनीराम

पुलिस की विवेचना के दौरान संदेही बालाराम मलिक तथा धनीराम नेताम से पूछताछ कर मेमोरंडम कथन लिया गया। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि बालाराम मलिक का दो माह से सुरेखा ओटी के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। मोबाइल पर बातचीत भी होती थी, किन्तु मृतिका सुरेखा बार बार शादी की बात करती थी जिससे परेशान होकर बालाराम फोन कर उसे रात्रि काल में बुलाया। तकरीबन रात 9 बजे अपनी किसी सहेली के साथ सुरेखा के परियाबहार रोड आने पर बालाराम उसे जंगल की ओर ले गया।

जंगल में बालाराम उससे शारीरिक दुष्कर्म करने की कोशिश करने लगा, जिसका विरोध करने पर बालाराम उससे जबरदस्ती दुष्कर्म कर घुटनों से उसकी छाती दबाकर दोनों हाथों से गला दबाकर हत्या करने के बाद मोटरसाइकिल से कूएँ के पास ले गया, जहां धनीराम मृतका के सिर ईंट से मारकर बोइरगांव के कूएँ में फेंक दिया।
आरोपी बालाराम मलिक पिता जयनन उम्र 22 वर्ष साकिन कटिंगपानी थाना धरमबाँधा जिला नुवापाड़ा ओडिसा साथ ही धनीराम पिता दासुराम उम्र 30 साल साकिन मड़वापथरा थाना पीपरछेड़ी जिला गरियाबंद द्वारा घटना कारित स्वीकार करने पर विधिवत गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।

इस पूरी कार्यवाही में उप निरीक्षक ज्ञानेश्वर गंगवार सहायक उप निरीक्षक जोहन ध्रुव स.उ.अशोक साहू, स.उ.मनीष वर्मा, प्रधान आरक्षक रामेश्वर महिलांगे, प्र.आ.चूड़ामणि देवता, आरक्षक गंगाधर सिन्हा कृतेश प्रजापति, परमेश्वर, दुगेश, इंदल, मोतीलाल महिला आरक्षक धनेश्वरी साहू, कंचन की भूमिका सराहनीय रही।

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